नदी शब्द संस्कृत का एक ईकारांत स्त्रीलिंग शब्द है। इसका प्रयोग नदियों, मार्गों और स्त्रीलिंग वस्तुओं के संदर्भ में किया जाता है। इसे समझना और सही तरीके से प्रयोग करना संस्कृत व्याकरण की नींव को मजबूत करता है।
नदी शब्द का प्रयोग संस्कृत में विशेष रूप से प्राकृतिक और भौतिक रूप से स्थितियों का वर्णन करने के लिए किया जाता है, जैसे नदियों का बहाव, जल स्रोत, आदि।
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ईकारांत स्त्रीलिंग संज्ञा शब्द क्या है?
ईकारांत स्त्रीलिंग संज्ञा शब्द वे शब्द होते हैं जिनके अंत में ‘ई’ ध्वनि आती है और जो स्त्रीलिंग वर्ग में आते हैं। इस प्रकार के शब्दों में नदी, मति, गति, शक्ति, बालिका जैसे शब्द शामिल होते हैं। इनमें विभक्तियों के अनुसार रूप परिवर्तन होता है।
यदि आप बालिका शब्द रूप भी समझना चाहते हैं, तो हमारे Balika Shabd Roop लेख को अवश्य पढ़ें, जहाँ इसी प्रकार के शब्दों की संपूर्ण जानकारी दी गई है।
शब्द रूप किसे कहते हैं?
संस्कृत में शब्द रूप का अर्थ है किसी शब्द का विभक्तियों और वचनों के अनुसार परिवर्तन। यह शब्द को वाक्य में सही संदर्भ में प्रयोग करने की अनुमति देता है। उदाहरण स्वरूप, यदि किसी शब्द का कर्ता रूप (प्रथमा विभक्ति) में प्रयोग हो, तो वह किसी क्रिया का कार्य करने वाले का प्रतीक होगा। जबकि उसी शब्द का कर्म रूप (द्वितीया विभक्ति) कर्म को व्यक्त करेगा।
शब्द रूप को कितने भागों में बांटा गया है?
शब्द रूप को तीन वचनों और सात विभक्तियों में बांटा गया है:
वचन:
- एकवचन: एक ही नदी के लिए।
- द्विवचन: दो नदियों के लिए।
- बहुवचन: तीन या तीन से अधिक नदियों के लिए।
विभक्ति:
1️⃣ प्रथमा (कर्ता):
कर्ता का रूप, जो क्रिया को करता है।
उदाहरण: नदी प्रवहति। (नदी बहती है।)
2️⃣ द्वितीया (कर्म):
कर्म का रूप, जो क्रिया का उद्देश्य या परिणाम होता है।
उदाहरण: गोपः नदीम् गच्छति। (गोप नदी को जाता है।)
3️⃣ तृतीया (करण):
उस माध्यम का रूप, जिसके द्वारा क्रिया होती है।
उदाहरण: नद्या नौका वह्यते। (नदी द्वारा नाव चलाई जाती है।)
4️⃣ चतुर्थी (सम्प्रदान):
उस व्यक्ति या वस्तु का रूप, जिसे कुछ दिया जाता है।
उदाहरण: कृषकः नद्यै जलं समर्पयति। (किसान नदी को जल अर्पित करता है।)
5️⃣ पंचमी (अपादान):
वह स्रोत या स्थान, जहाँ से कोई चीज़ आती है।
उदाहरण: नद्याः जलं पतति। (नदी से जल गिरता है।)
6️⃣ षष्ठी (सम्बन्ध):
उस संबंध का रूप, जो किसी अन्य से जुड़ा होता है।
उदाहरण: नद्याः तीरं शोभनम् अस्ति। (नदी का तट सुंदर है।)
7️⃣ सप्तमी (अधिकरण):
वह स्थान या दिशा, जहाँ क्रिया होती है।
उदाहरण: नद्याम् मीनाः वसन्ति। (नदी में मछलियाँ रहती हैं।)
8️⃣ संबोधन (Direct Address):
उस व्यक्ति, स्थान या वस्तु का रूप जिसे सीधे सम्बोधित किया जाता है।
उदाहरण: हे नदी! शीघ्र प्रवहा। (हे नदी! शीघ्र बहो।)
नदी शब्द रूप चार्ट (Nadi Shabd Roop Chart)
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथमा | नदी | नद्यौ | नद्यः |
द्वितीया | नदीम् | नद्यौ | नदी: |
तृतीया | नद्या | नदीभ्याम् | नदीभि: |
चतुर्थी | नद्यै | नदीभ्याम् | नदीभ्यः |
पंचमी | नद्याः | नदीभ्याम् | नदीभ्यः |
षष्ठी | नद्या: | नद्यो: | नदीनाम् |
सप्तमी | नद्याम् | नद्यो: | नदीषु |
संबोधन | हे नदि! | हे नद्यौ! | हे नद्य:! |

नदी शब्द रूप हिंदी अर्थ के साथ (Nadi Shabd Roop with Hindi Meanings)
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथमा | नदी (नदी, नदी ने) | नद्योः (दो नदियाँ, दो नदियों ने) | नद्यः (अनेक नदियाँ, अनेक नदियों ने) |
द्वितीया | नदीम् (नदी को) | नद्योः (दो नदियों को) | नदीः (अनेक नदियों को) |
तृतीया | नद्या (नदी से, नदी के द्वारा) | नदीभ्याम् (दो नदियों से, दो नदियों के द्वारा) | नदीभिः (अनेक नदियों से, अनेक नदियों के द्वारा) |
चतुर्थी | नद्यै (नदी को, नदी के लिए) | नदीभ्याम् (दो नदियों को, दो नदियों के लिए) | नदीभ्यः (अनेक नदियों को, अनेक नदियों के लिए) |
पंचमी | नद्याः (नदी से) | नदीभ्याम् (दो नदियों से) | नदीभ्यः (अनेक नदियों से) |
षष्ठी | नद्याः (नदी का, नदी की) | नद्योः (दो नदियों का, दो नदियों की) | नदीनाम् (अनेक नदियों का, अनेक नदियों की) |
सप्तमी | नद्याम् (नदी में, नदी पर) | नद्योः (दो नदियों में, दो नदियों पर) | नदीषु (अनेक नदियों में, अनेक नदियों पर) |
सम्बोधन | हे नदी! (हे नदी!) | हे नद्यौ! (हे दो नदियों!) | हे नद्यः! (हे अनेक नदियों!) |

नदी शब्द से बनने वाले वाक्य (Sentences Using Nadi Shabd Roop in Sanskrit with Hindi Meanings)
प्रत्येक विभक्ति का विवरण एवं उदाहरण (Explanation of Each Case with Examples)
- प्रथमा विभक्ति (कर्ता):
उदाहरण: ननदी शीतला अस्ति। (नदी ठंडी है।) - द्वितीया विभक्ति (कर्म):
उदाहरण: छात्रः नदीम् पश्यति। (छात्र नदी को देखता है।) - तृतीया विभक्ति (करण):
उदाहरण: कृषकः नद्या जलं लभते। (कृषक नदी के द्वारा जल प्राप्त करता है।) - चतुर्थी विभक्ति (सम्प्रदान):
उदाहरण: बालकः नद्यै पुष्पं ददाति। (बालक नदी को पुष्प देता है।) - पंचमी विभक्ति (अपादान):
उदाहरण: गृहम् नद्याः दूरे अस्ति। (घर नदी से दूर है।) - षष्ठी विभक्ति (सम्बन्ध):
उदाहरण: नद्याः जलं शुद्धम्। (नदी का जल शुद्ध है।) - सप्तमी विभक्ति (अधिकरण):
उदाहरण: मीनः नद्याम् अस्ति। (मछली नदी में है।)
नदी शब्द रूप कैसे याद करें? (How to Memorize Nadi Shabd Roop)
- चार्ट का अध्ययन करें: चार्ट बनाकर प्रतिदिन दोहराएं।
- लेखन का अभ्यास करें: विभक्तियों को लिखते हुए याद करें।
- उच्चारण करें: जोर से बोलकर अभ्यास करें।
- मनेमोनिक तकनीक का प्रयोग करें: विभक्तियों को जोड़ने के लिए कहानियाँ बनाएं।
सामान्य गलतियाँ (Common Mistakes to Avoid)
Nadi Shabd Roop
- विभक्तियों का क्रम याद न रखना:
कई बार छात्र विभक्तियों का सही क्रम याद नहीं रखते, जिससे वाक्य का अर्थ गलत हो सकता है। उदाहरण के लिए, प्रथमा और द्वितीया विभक्ति को सही तरीके से प्रयोग न करना। - वचन के अनुसार शब्द रूप का सही प्रयोग न करना:
वचन (एकवचन, द्विवचन, बहुवचन) के अनुसार शब्द रूप का सही प्रयोग न करना भी एक सामान्य गलती है। उदाहरण के लिए, नदीं के बजाय नदी (एकवचन) का प्रयोग या नद्या (पंचमी) के बजाय नद्याः (वह जो नदी का स्रोत है) का गलत रूप। - अभ्यास की कमी:
यदि नियमित अभ्यास न किया जाए, तो शब्द रूपों को याद करने में कठिनाई होती है। अभ्यास से ही शब्द रूप स्पष्ट होते हैं, और छात्रों को सही वाक्य निर्माण में मदद मिलती है।
Nadi Shabd Roop – याद करने की ट्रिक
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथमा | ई | औ | यः |
द्वितीया | ईम् | औ | ईः |
तृतीया | या | भ्याम् | भिः |
चतुर्थी | ऐ | भ्याम् | भ्यः |
पंचमी | आः | भ्याम् | भ्यः |
षष्ठी | आः | योः | नाम् |
सप्तमी | आम् | योः | षु |
सम्बोधन | हे ई! | हे औ! | हे यः! |

अभ्यास प्रश्न (Additional Practice Exercises)
रिक्त स्थान भरें:
- नदी _______ शीतला अस्ति। (जल)
Answer: नद्याः - बालकः _______ समीपे अस्ति। (नदी)
Answer: नद्यां - नदी _______ गच्छति। (वहाति)
Answer: नद्याः - रामः _______ पुस्तकं पठति। (नदी)
Answer: नद्यां - नदी _______ तृणं पिबति। (पानी)
Answer: नद्याः
सही शब्द रूप चुनें:
- नदी (नद्याः, नदीम्, नद्याम्) शीतला अस्ति।
Answer: नद्याम् - नदी (नद्याः, नदीम्, नद्याम्) गच्छति।
Answer: नदीम् - बालकः (नद्या, नद्यौ, नदीं) पश्यति।
Answer: नद्या - नदी (नद्याः, नदीम्, नद्यां) गच्छति।
Answer: नद्यां - नदी (नद्याः, नदीं, नद्याम्) पिबति।
Answer: नद्याः - बालकः (नद्या, नद्यां, नद्यां) यत्र अस्ति।
Answer: नद्या
FAQs (Frequently Asked Questions)
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नदी शब्द किस प्रकार का शब्द है?
– यह इकारांत स्त्रीलिंग संज्ञा शब्द है, जो संस्कृत में जल स्रोतों के लिए प्रयोग होता है।
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नदी शब्द रूप को कैसे याद करें?
– इसे याद करने के लिए चार्ट, अभ्यास वाक्य और नियमित दोहराव का प्रयोग करें।
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नदी शब्द रूप का अभ्यास क्यों आवश्यक है?
– यह व्याकरणिक ज्ञान को मजबूत करता है और संस्कृत भाषा के सही उपयोग में सहायक होता है।
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नदी शब्द का प्रयोग कब होता है?
– जब नदियों, जलाशयों या जल प्रवाह से संबंधित कोई संदर्भ हो, तब इसका प्रयोग किया जाता है।
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नदी शब्द रूप के उदाहरण कौन से हैं?
– जैसे नदी प्रवहति (नदी बहती है) और नद्याः जलं निर्मलम् अस्ति (नदी का जल स्वच्छ है)।
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नदी शब्द रूप में कौन-कौन सी विभक्तियाँ होती हैं?
– इसमें प्रथमा से सप्तमी और संबोधन विभक्तियाँ होती हैं, जो संज्ञा के रूप को दर्शाती हैं।
निष्कर्ष (Conclusion)
नदी शब्द रूप संस्कृत भाषा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसे याद करना और इसका नियमित अभ्यास करना छात्रों को न केवल भाषा में दक्षता प्रदान करता है, बल्कि उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ाता है। अभ्यास से ही सफलता मिलती है, इसलिए इसे रोज़ाना अभ्यास में शामिल करें। नियमित अभ्यास से छात्रों को संस्कृत व्याकरण में आसानी होती है, और वे सही तरीके से शब्द रूपों का प्रयोग कर सकते हैं।